लाल रंग
विनी 8-9 साल की एक नटखट, शैतान , चुलबुली सी लड़की , जिसको फूलो से बहुत लगाव और प्यार था . उसको फुलो के रंग आकर्षित करता था । विनी सभी तरह के फुलो को पसंद करती थी लेकिन लाल रंग के फूल से कुछ ज्यादा ही प्यार था। वो जिस कमरे में रहती थी उसमे एक बड़ा सा खिड़की था जिसके बाहर एक गुलाब का पौधा था जिसमे कुछ फूल खिले हुए थे। विनी को ऐसा लगता था की फूल का रंग सुर्ख लाल होना चाहिए।
उसके पास जो आता उससे बस यही बोलती थी, की इस फूल का रंग सुर्ख लाल क्यों नहीं है। लेकिन कोई महत्व नहीं देता था और सभी हसी में टाल देते थे , इस बात को हर शाम व खेलने के बाद वह जब खिड़की पर बैठती तो उस पौधे को जरूर देखती जिसमे फूल खिला होता था।
विनी ,पिंकी और बहुत सारे बच्चे खेलने में मशगूल होते थे , स्कूल के आने के बाद पुरे कॉलोनी के बच्चो की आवाज गुजंती थी। सारे बच्चे दौड़ना भागना , लुका छिपी , और बहुत सारे खेल खेलते और शैतानी करते रहते।
एक दिन लुका छिपी खेल ही रहे थे , पिंकी घर से बाहर निकली उसे एक पागल कुत्ते ने बुरी तरह से काट लिया , सभी बच्चे डर गए | थोड़ी देर बाद सब अपने अपने घर चले गए , विनी घर से बाहर देख ही रही थी की उसी पागल कुत्ते को बहुत सारे लड़के मार रहे थे। वो कुत्ता आखिर तड़प तड़प के मर ही गया , उसका खून उस पौधे पर गिरा। यह सब देखकर विनी बहुत डर गयी, कुछ दिनों तक डर के कारण कोई बच्चा घर से नहीं निकला। और पिंकी बहुत ज्यादा डर गयी थी ,वो साथ खेलने से बहुत डरने लगी थी दिन भर घर में ही रहती।
कुछ दिनों के बाद विनी खिड़की के पास गयी और उस पौधे को देखने लगी , उस पौधे में अब फिर से कलियाँ आ गई थी ,और फुल खिलने को तैयार थे | थोड़े दिनों तक विनी ने उस पर ध्यान नहीं दिया।
कुछ दिनों बाद जब फूल पूरी तरह से खिल गए तब इस बार उसने ध्यान से देखा की इस बार फूल का रंग फीका नहीं बल्कि सुर्ख लाल रंग हो गया था। विनी को लगा की यह रंग सुर्ख लाल इसलिए है क्योकि उस कुत्ते का खून इस पौधे पर गिरा था।
अब उसने खिड़की से बाहर देखना छोड़ दिया था। ........
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